
आज तक जब आपने रामचरित मानस का नाम सुना होगा. आपके मन में भगवान राम का भाव.भगवान राम के दिए संदेश का भाव.राम राज्य का भाव.स्वतंत्रता और समानता का भाव आया होगा. लेकिन पिछले 24 घंटों से रामचरित मानस को लेकरजबरदस्त राजनीति हो रही है. आज 30 जनवरी है यानि वो तारीख जब साल 1948 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की गई थी. बापू के सीने में गोली लगने के वक्त उनके मुंह से निकला था हे राम. शायद आज अगर बापू जिंदा होते तो रामचरित मानस के अपमान पर भी शायद उनके मुंह से भी यही शब्द निकलते. हे राम.