नई दिल्लीः दिल्ली के कथित आबकारी घोटाले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बाद अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और विधान परिषद सदस्य के. कविता भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गई हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई पहले ही कविता से लंबी पूछताछ कर चुकी है. यही नहीं सीबीआई ने कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरांतला को गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने पिछले साल 25 नवंबर को इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की थी. इस चार्जशीट में कविता के नाम का जिक्र भी था. चार्जशीट में लिखा है कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि विनय नायर ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं की ओर से साउथ ग्रुप से (जिस पर कंट्रोल शरत रेड्डी, के. कविता, मगुंटा श्रीनिवसुलु का था) इनसे 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी.
कविता पर भी लगे कई गंभीर आरोप
आरोप है कि ये रिश्वत इस पॉलिसी के जरिये इन सभी को करोड़ों रुपये के लाभ पहुंचाने की एवज में ली गई थी. आरोप है कि इस नई आबकारी पॉलिसी में एंट्री के लिए एमएलसी कविता ने समीर महेंद्रू की कंपनी इंडोस्पिरिट में 65 परसेंट की हिस्सेदारी हासिल कर ली थी, जिसमें 250 करोड़ रुपये खाऊ गली रेस्तरां में इन्वेस्ट किया गया, को रोटेट किए गए थे जिसको बाद में इनकम टैक्स विभाग ने अटैच कर लिया था.
सीबीआई की एफआईआर में आरोपी संख्या एक के रूप में जिक्र किए गए मनीष सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी. इसके एक महीने बाद, पिछले साल 25 नवंबर को एजेंसी ने अपना आरोपपत्र दाखिल किया था.
दिसंबर में कविता से हो चुकी है पूछताछ
आरोप है कि कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरांतला ने प्राथमिकी में नामजद कई आरोपियों से दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई में मुलाकात की थी और वह साउथ लॉबी के प्रमुख वार्ताकारों में से एक था. साउथ लॉबी 2021-22 की आबकारी नीति अपने पक्ष में कराना चाहती थी, जिसे निरस्त किया जा चुका है. सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले के सिलसिले में कविता से भी पूछताछ की थी.
सीबीआई को जांच के दौरान सबूत मिले थे कि बाबू ने साउथ लॉबी की ओर से काम किया, जिसमें कविता, युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी के सांसद एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी, और अरबिंदो फार्मा कंपनी के पी. शरत चंद्रा रेड्डी शामिल हैं.
सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति (अब रद्द की जा चुकी) को लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में रविवार शाम सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था. अदालत में एक घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई के दौरान, सिसोदिया के वकील ने कहा कि उपराज्यपाल ने आबकारी नीति में बदलावों को मंजूरी दी थी, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी निर्वाचित सरकार के पीछे पड़ी हुई है.
कथित भ्रष्टाचार को लेकर रविवार को गिरफ्तार किए गए उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को दिल्ली स्थित एक विशेष अदालत ने कल सोमवार को पांच दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया.
इनपुट- एजेंसी / भाषा