तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 35 वर्षीय एक पूर्व बैंककर्मी ने घरेलू झगड़े के दौरान अपनी पत्नी और दो बच्चों की कथित रूप से हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली. उनमें एक बच्चा महज डेढ़ साल का था. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसी जानकारी मिली है कि इस अतिवादी कदम के पीछे की वजह यह है कि वह कर्ज तले दबा था.
पुलिस के अनुसार यह परिवार इरोड जिले के गोबीचेट्टीपलयम का रहने वाला था और पिछले कुछ समय से चेन्नई में रह रहा था. पुलिस के मुताबिक, शनिवार को घरेलू झगड़े के दौरान 35 वर्षीय इस व्यक्ति ने क्रिक्रेट के बल्ले से पत्नी पर जानलेवा वार किया. अधिकारी ने कहा, ‘ हमारा मानना है कि जहर मिश्रित खाना बच्चों को खिला दिया गया, क्योंकि वे बिस्तर पर मृत पड़े मिले. उनकी (तीनों की) हत्या करने के बाद इस व्यक्ति ने फांसी लगा ली.’
पुलिस ने कई जगह ली तलाशी
उन्होंने बताया कि शहर में इस परिवार का कोई मित्र या रिश्तेदार नहीं है और गोबीचेट्टीपलयम में उनके परिवार के सदस्यों को इस घटना की सूचना दे दी गयी है. शव अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिये गये हैं.हत्या के बाद दीवट्टीपट्टी पुलिस ने मामला दर्ज कर वेंकट्टन और उनके बेटे धनपाल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन वेंकट्टन का एक अन्य पुत्र वेणुगोपाल फरार हो गया. पुलिस कई जगहों पर तलाश की, लेकिन वेणुगोपाल का पता नहीं चल सका है. मामले की सुनवाई सेलम कोर्ट में हुई, जहां वेंकट्टन और बेटे धनपाल को चार साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई. इस बीच अदालत ने वेंकट्टन के बड़े बेटे वेणुगोपाल को गिरफ्तार करने का वारंट भी जारी किया था.
तमिलनाडु में साइबर अपराध
तमिलनाडु में साइबर अपराध का दायरा फैलता जा रहा है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2015 में 142 साइबर अपराध के मामले सामने आए. अगले साल 2016 में मामूली बढ़ोतरी हुई तथा 144 मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में अचानक साइबर अपराध का ग्राफ बढ़ गया और 28 मामले सामने आए.
साइबर अपराध के मामलों में उत्तप्रदेश देश में शीर्ष पर. हालांकि साइबर अपराध के मामलों में उत्तप्रदेश देश में शीर्ष पर है जहां 2017 में 4971 मामले सामने आए. इसके बाद महाराष्ट्र में 3604 तथा कर्नाटक में 3174 मामले दर्ज हुए. तमिलनाडु में 2017 में 96 मामले कम्प्यूटर संबंधी अपराध थे.पुलिस साइबर अपराध को लेकर कई बार जागरुकता अभियान भी चलाती है. विशेष रूप से नई तकनीकी से परिचित होना जरूरी है. साथ ही ऐसे मामले में खुद को भी सतर्कता बरतनी चाहिए
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