Goa Assembly Elections 2022: गोवा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और राजनीतिक दलों की ओर से चुनावी अभियान भी शुरू किया जा चुका है. सभी दल अपने-अपने हिसाब से राजनीतिक समीकरण सेट करने में जुटे हैं. हालांकि राज्य में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के मैदान में उतरने के बाद मामला चतुष्कोणीय हो गया है. माना जा रहा है कि कांग्रेस और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी मिलकर चुनाव लड़ सकती है.
हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने साफ कर दिया है कि चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है. केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को ट्वीट कर साफ किया कि ऐसी अफवाह चल रही है कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी के साथ संभावित गठबंधन पर आज राहुल गांधी द्वारा चर्चा की गई, लेकिन यह खबर पूरी तरह से निराधार और असत्य है.
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस पार्टी आश्वस्त हैं कि हम गोवा में सत्ता में लौटने और राज्य के जल्द ही प्रगति के रास्ते पर वापस लाएंगे.’
The rumour in circulation that a possible alliance with TMC was discussed by Shri @RahulGandhi in today's meeting is completely baseless & untrue.
Let me assure that the Congress party is confident- we will put Goa back on the path to progress soon.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) January 10, 2022
विदेश से लौटे राहुल गांधी, नेताओं संग की बैठक
इससे पहले पार्टी से जुड़े सूत्रों ने कल सोमवार को बताया कि राहुल गांधी रविवार की रात विदेश यात्रा से स्वदेश लौट आए हैं. स्वदेश लौटने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और गोवा के लिए पार्टी के वरिष्ठ ऑब्जर्वर पी चिदंबरम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वर्चुअल मीटिंग की. बैठक में उन्होंने कांग्रेस की चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा की.
इससे पहले चुनाव आयोग (ईसी) ने पिछले हफ्ते शनिवार को गोवा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की. गोवा विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा. जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.
पिछले चुनाव में कांग्रेस बनी थी सबसे बड़ी पार्टी
गोवा में 2017 में हुआ पिछला विधानसभा चुनाव भी एक ही चरण में हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने 40 विधानसभा क्षेत्रों में से 17 पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी ने 13 पर जीत हासिल की थी, लेकिन भगवा पार्टी सरकार बनाने से चूक गई.
इस बार, गोवा विधानसभा चुनाव बेहद कठिन होने की संभावना है क्योंकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस, और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आम आदमी पार्टी (आप) की चुनौतियों के खिलाफ सत्ता बरकरार रखना चाहती है. गोवा में सत्तारूढ़ बीजेपी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है.
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है. आम आदमी पार्टी ने चुनाव पूर्व वादा किया है कि सत्ता में आने पर वह ओबीसी समुदाय से एक सीएम नियुक्त करेगी, जबकि डिप्टी सीएम ईसाई समाज से होगा. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने गोवा के पूर्व सीएम और पार्टी उपाध्यक्ष लुइज़िन्हो फलेरियो को मुख्यमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार नामित किया है.
ये भी पढ़ें
Goa Election: चुनाव से पहले बीजेपी को एक और झटका, अब एक और विधायक ने छोड़ी पार्टी