भारत और चीन के बीच सीमा पर लापता होने के लगभग दो हफ्ते बाद अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) का 17 साल का लड़का मिराम तारोन (Miram Taron) सोमवार को अपने परिवार से फिर से मिल गया. मिराम तारोन को 27 जनवरी को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (Peoples Liberation Army) की ओर से भारतीय सेना को सौंप दिया गया था. अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के तूतिंग में आयोजित एक कार्यक्रम में मिराम तारोन अपने माता-पिता से मिला. भारतीय सेना के स्पीयर कोर की ओर से किए गए एक ट्वीट में कहा गया है कि भारतीय सेना ने 31 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश के तूतिंग में अपने माता-पिता को चीनी पीएलए की हिरासत से भारत वापस लाए गए 17 साल के लड़के मिराम तारोन को उसके माता-पिता को सौंप दिया. माता-पिता और स्थानीय लोगों की ओर से उसका भावनात्मक और उत्साहजनक स्वागत किया गया.
अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के जिदो गांव का रहने वाला तारोन 18 जनवरी को एलएसी के पास से लापता हो गया था. शुरुआत में माना गया कि लड़के का पीएलए द्वारा कथित रूप से अपहरण कर लिया गया है, जब वो और उसका एक दोस्त शिकार करने गए थे. अरुणाचल-पूर्व के बीजेपी सांसद तपीर गाओ की ओर से किए गए एक ट्वीट में आरोप लगाया कि तारोन को भारतीय क्षेत्र के अंदर से अगवा किया गया था. लेकिन भारतीय सेना ने 27 जनवरी को साफ किया कि ये अपहरण का मामला नहीं था और वो अनजाने में भटक गया और लापता हो गया.
#IndianArmy handed over Miram Taron, 17 yr old boy earlier brought back to India from Chinese PLA custody, to his parents at Tuting, Arunachal Pradesh on 31 Jan. He was given an emotional and rousing reception by parents & locals@adgpi@easterncomd@KirenRijiju @PemaKhanduBJP pic.twitter.com/yK7U2MgGaN
— SpearCorps.IndianArmy (@Spearcorps) January 31, 2022
भारतीय सेना ने चीन की पीएलए को दिया धन्यवाद
तेजपुर में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने बताया था कि तारोन उत्साहित है और वतन लौटकर खुश है. उसने और उसके परिवार ने सुरक्षित वापसी की खातिर भारतीय सेना एवं सरकार के गंभीर प्रयासों के लिए आभार जताया. भारतीय सेना ने दोनों देशों के बीच सीमा रक्षा सहयोग समझौता को बरकरार रखने के लिए चीन की पीएलए को धन्यवाद दिया जिस कारण भारतीय किशोर की वापसी हो सकी.
चीन ने 20 जनवरी को भारतीय सेना को दी थी सूचना
कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लड़के की भारत में सुरक्षित वापसी की सूचना साझा की थी. उन्होंने कहा कि युवक को गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश में ‘वाचा-दमई इंटरेक्शन प्वाइंट’ पर भारतीय सेना को सौंप दिया गया. मंत्री ने एक ट्वीट में बताया था कि लड़के की मेडिकल जांच सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं. बाद में एक अन्य ट्वीट में रिजिजू ने पीएलए के साथ मामले को सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाने और युवाओं को सुरक्षित वापस लाने के लिए सेना को धन्यवाद दिया था. उन्होंने सैनिकों के साथ खड़े युवक की तस्वीर भी शेयर की थी.
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