प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पत्रकार राणा अयूब (Rana Ayyub) के खिलाफ जारी ‘लुक आउट सर्कुलर’ के मद्देनजर उन्हें मंगलवार को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने विदेश रवाना होने से रोक दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. केंद्रीय जांच एजेंसी अयूब (37) के खिलाफ धन शोधन के एक मामले में उनसे पूछताछ करना चाहती है और उनका बयान दर्ज करना चाहती है. अधिकारियों ने बताया कि पत्रकार लंदन के लिए उड़ान भरने को लेकर मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं, लेकिन आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया. इसके तुरंत बाद, ईडी की एक टीम ने हवाई अड्डे पर उनसे पूछताछ की और उन्हें जांच में शामिल होने के लिए कहा.
समझा जाता है कि अयूब को एक अप्रैल को ईडी के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने पूर्व में उन्हें समन भी जारी किया था. एजेंसी ने इस साल की शुरुआत में बैंक में जमा 1.77 करोड़ रुपये से अधिक की उनकी राशि अस्थायी रूप जब्त कर ली थी. अयूब के खिलाफ, कोविड-19 राहत के लिए रकम दान देने वालों से 2020-21 में उनके द्वारा प्राप्त किये गए अंशदान में कथित अनियमितताओं से जुड़े मामले के संबंध में यह कार्रवाई की गई थी.
अयूब ने नोटिस का अनुपालन नहीं किया
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि अयूब ने नोटिस का अनुपालन नहीं किया और एजेंसी नहीं चाहती कि वह देश छोड़ कर जाएं क्योंकि इससे जांच में और बाद में अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने में देरी हो सकती है. अयूब ने घटना के बारे में ट्वीट किया है. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘मुझे आज भारतीय आव्रजन पर रोक दिया गया, जब मैं पत्रकारों को डराने-धमकाने के विषय पर आईसीएफजे में अपना भाषण देने के लिए लंदन की अपनी उड़ान में सवार होने वाली थी. इसके बाद, भारतीय लोकतंत्र पर जर्नलिज्म फेस्ट को संबोधित करने के लिए मेरा इटली जाने का कार्यक्रम था.’
जनता के पैसे का इस्तेमाल खुद के लिए नहीं किया : राणा अयूब
इससे पहले फरवरी में ईडी की कार्रवाई के बाद राणा अयूब ने कहा था कि जनता के पैसे का इस्तेमाल खुद के लिए नहीं किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक बयान जारी करते हुए अयूब ने कहा था कि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से दिखाया है कि राहत अभियान के धन का कोई भी हिस्सा किसी अन्य उद्देश्य के लिए या अपने व्यक्तिगत खर्च के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया है. अयूब ने कहा, ‘यह बिल्कुल स्पष्ट है कि राहत अभियान कोष का कोई भी हिस्सा बिना हिसाब-किताब के नहीं रहता है और व्यक्तिगत खर्चों के लिए धन के दुरुपयोग के किसी भी प्रकार के आरोप के लिए कोई गुंजाइश नहीं है. इस तरह के आरोप बेबुनियाद, पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण और झूठे हैं. मेरे बैंक स्टेटमेंट को जानबूझकर गलत तरीके से पढ़ा गया है.’
अयूब की 1.77 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि जब्त की थी
इससे पहले ईडी ने पत्रकार के खिलाफ धन शोधन जांच के सिलसिले में अयूब की 1.77 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि जब्त की थी. ईडी ने कहा था कि उसकी जांच में स्पष्ट हुआ है कि पूरी तरह से पूर्व नियोजित और व्यवस्थित तरीके से दान के नाम पर धन जमा किया गया और समूचे धन का उस उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया गया जिसके लिए धन जुटाया गया था.
(इनपुट-भाषा)
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