कर्नाटक (Karnataka) में भी राजनीतिक हलचल बढ़ती जा रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) की तरह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कर्नाटक के दो दिन के दौरे पर पहुंच गए हैं. अमित शाह (Amit shah) के इस दक्षिण राज्य में दौरे करने से इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या यहां पर सत्ता परिवर्तन होगा. हालांकि पार्टी से जुड़े सूत्रों ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री नहीं बदला जाएगा. पार्टी किसी दबाव में काम नहीं करती है.
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल रात कर्नाटक के अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. उनकी यात्रा को लेकर लगाए जा रहे कयासों के बीच समाचार एजेंसी एएनआई ने भाजपा के शीर्ष सूत्रों के हवाले से कहा कि पार्टी किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकती है और वह भविष्य में राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर विचार नहीं कर रही है.
केंद्रीय मंत्री गुरुवार देर रात बेंगलुरु के एचएएल हवाई अड्डे पर पहुंचे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तथा केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और राज्य के अन्य नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
अमित शाह के आज कई कार्यक्रम
गृह मंत्रालय के अनुसार, अमित शाह सुबह करीब 10.50 बजे सिद्धगंगा मठ में स्वर्गीय श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी की 115वीं जयंती समारोह में उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. वह दोपहर करीब 2.20 बजे मुद्दनहल्ली के सत्य साई ग्राम में 200 बेड वाले अस्पताल का शिलान्यास करने समेत राज्य के अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे. वह शाम करीब चार बजे बेंगलुरु पैलेस में कर्नाटक राज्य सहकारी सम्मेलन में भी शामिल होंगे.
इसके अलावा दिन में बाद में राज्य के एक भाजपा कोर ग्रुप के साथ बैठक की जाएगी. यह बैठक इस तथ्य को देखते हुए बहुत महत्व रखती है कि लगातार कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष सहित राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है.
क्या राज्य में होने जा रहा सत्ता परिवर्तन?
इस बीच, भाजपा के शीर्ष सूत्रों ने एएनआई से बात करते हुए राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया. सूत्रों ने कहा, ‘राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल ही नहीं है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (नलिन कतील) को कार्यकाल दिया गया है और वह निश्चित रूप से इसे पूरा करेंगे.’
राज्य में मुख्यमंत्री को लेकर संभावित बदलाव से इनकार करते हुए एक अन्य सूत्र एएनआई ने बताया कि किसी दबाव में मुख्यमंत्री का परिवर्तन नहीं होगा. सूत्र ने यह भी कहा, ‘यह भाजपा है और कोई अन्य पार्टी नहीं है और हम किसी भी मुख्यमंत्री को दबाव में नहीं बदलते हैं. बोम्मई एक बहुत ही अनुभवी राजनेता और एक सक्षम मुख्यमंत्री हैं.’
खास बात यह है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कल गुरुवार को राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान “पार्टी को मजबूत करने” के लिए सिद्धगंगा मठ गए. राहुल गांधी ने कल कहा कि देश को भाईचारा सीखने और नफरत मिटाने की सख्त जरूरत है, जैसा कि 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर ने शिक्षा दी थी.
उन्होंने तुमकुरू में सिद्धगंगा मठ के शिवकुमार स्वामीजी को श्रद्धांजलि देने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘आपने वही शिक्षा दी, जैसा कि बसवेश्वर ने कहा था कि हम सभी एक हैं, हमें एक साथ रहना है, नफरत मिटाना है और जाति तथा धर्म से ऊपर उठना है.’ सिद्धगंगा मठ और शिवकुमार स्वामीजी के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए कांग्रेस नेता ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि संस्था ने हजारों बच्चों को शिक्षा प्रदान करके उनके भविष्य को बेहतर दिशा दी है.
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