प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शुक्रवार को अपने सालाना ‘परीक्षा पे चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha) कार्यक्रम के लिए छात्रों और उनके माता-पिता को संबोधित करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी परीक्षा के तनाव और संबंधित प्रश्नों के बारे में बात करेंगे. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘इस साल के परीक्षा पे चर्चा के प्रति उत्साह अभूतपूर्व रहा है. लाखों लोग अपने बहुमूल्य सुझाव व अनुभव साझा कर चुके हैं. इसमें योगदान देने वाले सभी छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को मैं धन्यवाद देता हूं. एक अप्रैल का बेसब्री से इंतजार है.’ परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किया जाएगा.
पीएम मोदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर परीक्षा पे चर्चा के दौरान अपनी पिछली बातचीत के वीडियो की एक सीरीज के कुछ वीडियो शेयर किए. ये वीडियो विशेष रूप से परीक्षा से संबंधित छात्र जीवन से जुड़े हुए मुद्दों को कवर करते हैं. प्रधानमंत्री एक अप्रैल को परीक्षा पे चर्चा के पांचवें संस्करण के दौरान दुनिया भर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम से सुबह 11 बजे टाउन-हॉल इंटरेक्टिव फॉर्मेट में आयोजित किया जाएगा. इससे पहले, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत और विदेशों के करोड़ों छात्र, शिक्षक और अभिभावक भाग लेंगे.
सार्वजनिक आंदोलन है परीक्षा पे चर्चा: धर्मेंद्र प्रधान
शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘परीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री परीक्षा के तनाव से जुड़े सवालों और छात्रों द्वारा सामने किए जाने वाले मुद्दों का लाइव कार्यक्रम में जवाब देते हैं.’ परीक्षा पे चर्चा को एक सार्वजनिक आंदोलन करार देते हुए, शिक्षा मंत्री प्रधान ने देश के कोविड-19 महामारी से बाहर निकलने और परीक्षाओं के ऑफलाइन मोड में होने के मद्देनजर इस वर्ष के परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) के महत्व को रेखांकित किया. 21वीं सदी की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण में परीक्षा पे चर्चा जैसी पहलों के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि ये एक औपचारिक संस्था बन रही है जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री सीधे छात्रों से बातचीत करते हैं.
धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि देशभर के चुनिंदा छात्र राज्य के राज्यपालों की मौजूदगी में कार्यक्रम देखने के लिए राजभवनों भी जाएंगे. उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि देशभर की राज्य सरकारें भी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगी. मंत्री ने बताया कि परीक्षा पे चर्चा को न केवल पूरे भारत में बल्कि अन्य देशों में भी भारतीय प्रवासियों तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने इस कार्यक्रम को एक जन आंदोलन बनाने और छात्रों के लिए तनाव मुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए मीडिया से समर्थन का भी आह्वान किया.
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