
लद्दाख (Ladakh) में भारत और चीन के बीच कई महीनों से विवाद जारी है. तो वहीं दोनों देश इस विवाद को खत्म करने की कवायद में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में रविवार 17 जुलाई को भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों की एक और बैठक होने जा रही हैं. इससे पहले दोनों देशों के सैन्य अधिकारी लद्दाख में जारी विवाद को शांत करने के लिए 15 बार आमने- सामने की बैठक कर चुके हैं. रविवार 17 जुलाई को प्रस्तावित बैठक दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच 16वीं राउंड की वार्ता होगी. असल में भारत पूर्वी लद्दाख में सभी टकराव वाली जगहों से चीनी सेना (China Plc) को हटाने के लिए दबाव बना रहा है. लेकिन, चीन अपनी सेना को पीछे हटाने को लेकर रजामंद नहीं है. माना जा रहा है कि रविवार को प्रस्तावित बैठक में भी भारत अन्य विषयों के साथ ही एक बार फिर इस विषय को रखेगा.
वहीं, चीन के सामने भारत लड़ाकू विमान के घुसपैठ का मुद्दा भी उठाएगा. दरअसल, जून के अंतिम हफ्ते में पूर्वी लद्दाख में एक चीनी विमान को सीमा के काफी करीब देखा गया था. वह भारतीय जवानों के बेहद करीब आ गया था. हालांकि भारतीय सेना भी तत्काल अलर्ट हो गई थी.
भारतीय क्षेत्र चुशल-मोल्दो क्षेत्र में बैठक
भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच रविवार को प्रस्तावित 16वें दौरे की बैठक भारतीय क्षेत्र में प्रस्तावित है. जानकारी के मुताबिक बैठक की मेजबानी भारतीय क्षेत्र चुशल-मोल्दो में की जानी है. इससे पहले दोनों देशों के सैन्य अधिकारी 11 मार्च को 15वें दौर की बैठक में आमने-सामने थे. असल में भारत यह लगातार कहता आ रहा है कि चीन अगर सीमा पर शांति और द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती चाहता है तो उसे अनिवार्य शर्त के तौर पर अपनी सेना को पीछे करना होगा.
चीन आधारभूत ढांचा मजबूत कर रहा
असल में चीन लद्दाख सीमा पर लगातार अपना आधारभूत ढांचा मजबूत कर रहा है. जानकारी के मुताबिक चीन ने लद्दाख में अपने कब्जे वाले क्षेत्र में 5 जी टॉवर लगा दिए हैं. जबकि भारतीय सीमावर्ती क्षेत्रों में कई जगह 2 जी नेटवर्क भी नहीं है. इस कारण भारत युद्ध की स्थिति में अपने संचार नेटवर्क को लेकर चिंतित है. वहीं चीन लद्दाख में अपने नियंत्रिण वाले क्षेत्र में लगातार सड़कों और पुल का निर्माण कर रहा है. माना जा रहा है कि चीन युद्ध की स्थिति में अपने पहुंच को सुगम बनाने के लिए इन निर्माण कार्यों को बढ़ावा दे रहा है.
सीमा पर अभी भी 50 हजार से अधिक चीनी सैनिक
लद्दाख में चीन और भारतीय सेना के बीच 5 मई 2020 को पहली बार झड़प का मामला सामने आया था. तब से इस क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. दोनों तरफ से बड़ी संख्या में सेना की तैनाती है. जानकारी के मुताबिक सीमा पर अभी भी 50 हजार से अधिक चीनी सैनिक की तैनाती है. तो वहीं बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक भी लद्दाख में डटे हुए हैं.