देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव (President Election 2022) के लिए सोमवार को करीब 4,800 निर्वाचित सांसद एवं विधायक मतदान करेंगे. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) उम्मीदवार हैं जबकि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) मैदान में हैं. वोटिंग संसद भवन और राज्य विधानसभाओं के भवनों में होगी, जिसके लिए मतपेटियां पहले ही अपने गंतव्यों तक पहुंच चुकी हैं. बता दें कि वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी और अगले राष्ट्रपति द्वारा 25 जुलाई को शपथ ग्रहण की जाएगी.
दरअसल, एनडीए की उम्मीदवार के पास अब कुल 10,86,431 मतों में से 6.67 लाख से अधिक वोट हैं. संसद के एक सदस्य का मत मूल्य 708 से घटकर 700 हो गया है क्योंकि जम्मू कश्मीर में अभी कोई विधानसभा नहीं है. विभिन्न राज्यों में विधायकों का मत मूल्य अलग-अलग होता है. उत्तर प्रदेश के 403 विधायकों में से प्रत्येक का मत मूल्य 208 है, यानी उनका कुल मूल्य 83,824 है.
तमिलनाडु और झारखंड के प्रत्येक विधायक का मत मूल्य 176 है. इसके बाद महाराष्ट्र का 175, बिहार का 173 और आंध्र प्रदेश के हरेक विधायक का मत मूल्य 159 है. छोटे राज्यों में सिक्किम के प्रत्येक विधायक का मत मूल्य सात है. इसके बाद अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम का मत मूल्य आठ-आठ, नगालैंड का नौ, मेघालय का 17, मणिपुर का 18 और गोवा का मत मूल्य 20 है. केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी के एक विधायक का मत मूल्य 16 है.
मुर्मू को इन दलों का पुरजोर समर्थन
बता दें कि बीजू जनता दल (बीजद), वाईएसआर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), जनता दल (सेक्लुयर), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसे क्षेत्रीय दलों के समर्थन के साथ राष्ट्रपति पद के लिए राजग की उम्मीदवार मुर्मू की वोट हिस्सेदारी करीब दो-तिहाई पहुंच सकती है और वह इस शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला बन सकती हैं.
मेरी उम्मीदवारी पर आदिवासियों, महिलाओं में उत्साह- द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि देश के शीर्ष संवैधानिक पद के वास्ते उनके नामांकन पर आदिवासी और महिलाएं उत्साहित और प्रसन्न हैं. मुर्मू ने रविवार को एनडीए सांसदों के साथ बातचीत की और राष्ट्रपति पद के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन की उम्मीदवार बनाने पर आभार जताया. बैठक में मुर्मू को सम्मानित भी किया गया. मुर्मू ने बैठक में कहा, ‘मेरे नामांकन से आदिवासियों और महिलाओं में उत्साह है.’ उन्होंने कहा, ‘देश में लगभग 10 करोड़ आदिवासी हैं और उनके 700 से ज्यादा समुदाय हैं और वे सभी मेरे नामांकन से खुश हैं.’ मुर्मू के आने से पहले संसद भवन में 18 जुलाई को होने वाले चुनाव की ‘मॉक ड्रिल’ की गई. संसदीय अनुभव रखने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं और पार्टी के विधिक प्रकोष्ठ ने सांसदों को मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन वोटिंग करें सांसद और विधायक- यशवंत सिन्हा
राष्ट्रपति चुनाव से महज दो दिन पहले, विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने शनिवार को सभी विधायकों और सांसदों से अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील की और एक बार फिर कहा कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है. सिन्हा ने अपने ट्विटर हैंडल पर डाले गए वीडियो संदेश में कहा कि संविधान यह व्यवस्था देता है कि मतदान गोपनीय होगा और किसी पार्टी का व्हिप लागू नहीं होगा, जिसका अर्थ है कि विधायक और सांसद खुद यह तय कर सकते हैं कि वे किसके पक्ष में मतदान करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘इस बार राष्ट्रपति पद का चुनाव असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है. देश के सामने कई मोर्चों पर कई प्रकार की समस्याएं हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या है कि अपने संविधान को कैसे बचाया जाए.