सीबीआई ने शुक्रवार को तृणमूल नेता और हलिसहर नगर पालिका के अध्यक्ष राजू साहनी को एक पोंजी योजना में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है. एजेंसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने बर्धमान सन्मार्ग वेलफेयर ट्रस्ट पोंजी योजना की जांच के सिलसिले में शहर के बाहरी इलाके और कोलकाता के न्यू टाउन में साहनी के घरों पर छापेमारी की और उनसे घंटों पूछताछ की.
CBI अधिकारियों ने बताया कि न्यू टाउन स्थित टीएमसी नेता के आवास से करीब 80 लाख रुपये नकद और उसके हलिसहर स्थित घर से एक देसी पिस्तौल बरामद किया गया है. अधिकारी ने कहा, “हमने टीएमसी नेता राजू साहनी के घरों पर तलाशी अभियान चलाया और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज पाए. हमारे अधिकारियों ने उनसे पूछताछ भी की. वो असहयोगी रहे. बाद में साहनी को गिरफ्तार कर लिया गया.”
सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे जांच के निर्देश
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि साहनी का थाईलैंड में एक बैंक खाता है. अधिकारी ने कहा, “उम्मीद है कि हम उनसे पूछताछ के बाद और जानकारी का खुलासा करेंगे.” इस योजना के संबंध में सीबीआई की आर्थिक अपराध इकाई ने 2018 में एक एफआईआर दर्ज की थी. सुप्रीम कोर्ट ने मई 2014 में सीबीआई को बंगाल और पड़ोसी राज्य ओडिशा में लाखों जमाकर्ताओं को ठगने वाली सभी पोंजी चिट फंड योजनाओं की जांच करने का निर्देश दिया था. सीबीआई ने पिछले दिनों सारदा और रोज वैली जैसी कंपनियों की जांच के दौरान तृणमूल के कई नेताओं को गिरफ्तार किया था.
पहले भी हुई गिरफ्तारियां
सीबीआई द्वारा तृणमूल कांग्रेस अनुब्रत मंडल और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद यह गिरफ्तारी हुई है. जबकि मंडल को पशु तस्करी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, वहीं चटर्जी को उनके सहयोगी के आवास से भारी नकदी बरामद होने के बाद भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया गया था. जांच एजेंसी ने कहा कि तृणमूल नेताओं के नाम सनमुर्ग वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन नामक कंपनी की जांच के दौरान सामने आए हैं. कंपनी ने नगरपालिका अध्यक्ष को “संरक्षण राशि” के रूप में पैसे का भुगतान किया था. इसी मामले में सीबीआई ने बर्दवान नगर पालिका के अध्यक्ष प्रणब चट्टोपाध्याय को भी गिरफ्तार किया था.
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