ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय गृह मंत्री पर निशाना साधा है. अहमदाबाद के जुहापुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, आज यहां के एमपी साहब जनाब अमित शाह ने अपने भाषण में कहीं पर कह दिया कि 2002 में हमने जो सबक सिखाया था, उसकी बिनाह पर गुजरात में अमन कायम हो गया. मैं इस इलाके के एमपी से कहना चाहूंगा, भारत के होम मिनिस्टर से कहना चाहूंगा कि आपने जो 2002 में सबक सिखाया, वो सबक ये था कि बिलकिस के रेपिस्टों को आप छोड़ेंगे.
ओवैसी ने आगे कहा, ‘आपने जो सबक सिखाया वह यह था कि बिलकिस की तीन साल की बेटी को उसकी मां के सामने कत्ल करने वालों को आप छोड़ेंगे. आपने जो सबक सिखाया वह यह था कि बिलकिस की मां को रेप करके कत्ल करने वालों को छोड़ दिया जाएगा. अहसान जाफरी का कत्ल किया जाएगा, वो सबक आपने सिखाया. कौन कौन सा सबक आपका याद रखेंगे अमित शाह साहब बता दीजिए.’
#WATCH | I want to tell Union HM, the lesson you taught in 2002 was that Bilkis rapists will be freed by you, you’ll free the murderers of Bilkis 3-year-old daughter, Ahsan Jafri will be killedwhich lessons of yours will we remember?: AIMIM chief Asaduddin Owaisi in Ahmedabad pic.twitter.com/2rvQCaGFNY
— ANI (@ANI) November 25, 2022
अमन उसी वक्त मजबूत होता है जब मजलूमों से इंसाफ हो
एआईएमआईएम प्रमुख यहीं नहीं रुके, उन्होंने शाह पर हमला बोलते हुए आगे कहा, अमन उसी वक्त मजबूत होता है जब मजलूमों से इंसाफ होता है. आप सबक सिखाने की बात करते हैं मगर कानून भूल जाते हैं. इख्तेदार में आकर लोग भूल जाते हैं, इख्तेदार किसी के पास नहीं रहा. इख्तेदार किसी के पास नहीं रहेगा. एक दिन इख्तेदार सबसे छीना जाएगा.’
आपने कौन सा सबक सिखाया कि दिल्ली में फसाद हो गया
ओवैसी ने आगे कहा, ‘इख्तेदार के नशे में डूबकर आज भारत के गृह मंत्री कह रहे हैं कि सबक सिखाया हमने. अरे आपने कौन सा सबक सिखाया कि मुल्क में बदनामी हो गई. अमित शाह साहब आपने कौन सा सबक सिखाया कि दिल्ली में फसाद हो गया.’ बता दें कि शुक्रवार को कहा था कि 2002 में ‘सबक सिखाने’ के बाद गुजरात में अब शांति शांति है. इसी बयान को लेकर ओवैसी ने उन पर हमला बोला.
अमित शाह ने कही थी ये बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी. हालांकि अब 2002 में ‘सबक सिखाने’ के बाद अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दी हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्य में स्थायी शांति कायम की है. शाह ने दावा किया कि गुजरात में 2002 में दंगे इसलिए हुए क्योंकि अपराधियों को लंबे समय तक कांग्रेस से समर्थन मिलने के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत हो गई थी. बता दें कि गुजरात में फरवरी 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी.