
कर्नाटक में 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू होने लगी है. जद(एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कयास लगाया है कि राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार किसी भी पार्टी की नहीं बनेगी. ऐसे में उनकी पार्टी निर्णायक भूमिका अदा करेगी. उन्होंने कहा है कि चुनाव के बाद सत्तारूढ़ भाजपा को उनके पास आना होगा. कुमारस्वामी चुनाव के लिए जद (एस) के 93 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के बाद बोल रहे थे.
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष का संदर्भ देते हुए कहा, 2023 में आपको (भाजपा को) जद (एस) के पास आना होगा. सावधान रहें. भाजपा के लिए टिकना आसान नहीं है. मैंने भाजपा को राज्य से बाहर फेंकने का फैसला किया है. मुझे आपसे सीखने की जरूरत नहीं है. वह संतोष की हालिया टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें जद (एस) की पारिवारिक राजनीति पर कटाक्ष किया गया था.
कुमारस्वामी ने किया गठबंधन वाली बात खारिज
हालांकि, बाद में यह कहते हुए कि भाजपा और कांग्रेस दोनों को खारिज कर दिया जाएगा क्योंकि लोग कन्नडिगों के लिए और कन्नडिगों द्वारा सरकार लाना चाहते हैं, कुमारस्वामी ने स्पष्ट किया कि उनका मतलब सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ चुनाव बाद गठबंधन करने से नहीं था. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, जब जद (एस) की स्वतंत्र सरकार बनेगी तो भाजपा नेताओं को काम करवाने के लिए मेरे पास आना होगा. मैं लुटेरों के साथ सरकार क्यों बनाऊं.
कर्नाटक कांग्रेस में उठपटक
विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने यहां विधानसभा कक्ष में विभिन्न राष्ट्रीय हस्तियों के चित्र लगाने को लेकर उनसे परामर्श नहीं लिए जाने के विरोध में सोमवार को विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक का बहिष्कार किया. इससे पहले दिन में, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस ने ‘स्वर्ण विधान सौध’ के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया गया कि बिना किसी चर्चा या परामर्श के सदन के अंदर कुछ चित्र लगाने का एकतरफा निर्णय लिया गया.
इनपुट- भाषा