पारा के कई डिग्री गिरने के कारण कड़ाके की ठंड ने उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के हिस्सों को अपने आगोश में लिया है. इस क्षेत्र के शहरों और कस्बों में अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. वहीं, पंजाब और हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है. सफदरजंग स्थित मौसम कार्यालय ने यह जानकारी दी.
रिज इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस कम यानी तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे यह राजधानी का सबसे ठंडा स्थान बन गया. दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री कम और इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है.
पंजाब और हरियाणा पर कोहरे की चादर
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा. पंजाब में बठिंडा का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर में चार डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि पंजाब के औद्योगिक केंद्र लुधियाना में तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पठानकोट, फरीदकोट और गुरदासपुर में न्यूनतम तापमान क्रमश: 6, 4.6 और 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पंजाब और हरियाणा की साझा राजधानी केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अंबाला में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारनौल, रोहतक, भिवानी और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 4.2, 5.8, 5.3 और 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
6 डिग्री तक गिरा पारा
मौसम कार्यालय की ओर से कहा गया कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली और इससे सटे पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम राजस्थान के अधिकांश केंद्रों में 24 घंटों के तापमान में छह डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई. मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले दो दिनों तक शीत दिवस, शीत लहर की स्थिति रहने और उसके बाद कम होने की उम्मीद है.
पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में 27 दिसंबर तक घना कोहरा छाए रहने और उसके बाद इसके कम होने की संभावना है. मौसम कार्यालय ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट हिमपात का पूर्वानुमान जताया है. एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 29 दिसंबर की रात को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में आने की संभावना है, जिसके तहत इस क्षेत्र में छिटपुट बारिश-बर्फबारी होने के आसार हैं.
भाषा इनपुट के साथ.