राज्यस्तर पर कामयाबी हासिल करने के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बड़ी पहचान बनाने की कोशिशों में लगे हुए हैं. कुछ समय पहले उन्होंने अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदल कर भारत राष्ट्र समिति कर दिया था. अब वह यज्ञ के जरिए खुद को अपने महत्वाकांक्षी नेशनल मिशन पर लाने की योजना पर काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री राव ने कल मंगलवार को नई दिल्ली में दो दिवसीय “राजा श्यामला यज्ञम” (Raja Shyamala Yagam) शुरू करके अपने राष्ट्रीय मिशन का आगाज किया.
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री केसीआर जो अपनी पत्नी शोभा तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुए, ने सरदार वल्लभभाई पटेल मार्ग पर पार्टी मुख्यालय के परिसर में अस्थायी “यज्ञशाला” (पंडाल) में अनुष्ठान किया, जो अभी भी निर्माणाधीन है. राव आर बुधवार को नई दिल्ली में अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के ऑफिस का उद्घाटन करेंगे.
चुनाव आयोग से मिली मंजूरी
चुनाव आयोग द्वारा पार्टी के नाम में बदलाव को अपनी मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद, 9 दिसंबर को हैदराबाद में अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर बीआरएस कर दिया गया और नए नाम के बाद, सीएम केसीआर की यह पहली यात्रा है.
करीब 9 बजे, केसीआर ने राजा श्यामला यज्ञ शुरू किया, जिसकी शुरुआत गणपति होमम (समस्त तरह की बाधाओं पर काबू पाने के लिए भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने की खातिर) और नव चंडी होमम (देवी दुर्गा के 9 रूपों को प्रसन्न करने के उद्देश्य से) से हुई.
यज्ञ के बाद राष्ट्रीय मुख्यालय खोलेंगे CM केसीआर
पार्टी के यज्ञ को लेकर खासी जानकारी रखने वाले बीआरएस के एक नेता ने कहा कि श्रृंगेरी पीठम के गोपी कृष्ण शर्मा और फनी शशांक शर्मा की अगुवाई में 12 ऋत्विकों (यज्ञ कराने के लिए निमंत्रित किए गए पंडितों) ने यज्ञ में हिस्सा लिया. पार्टी नेता ने कहा, “राजा श्यामला होमम के बाद बुधवार को नवा चंडी होमम जारी रहेगा.”
इस बीच, मुख्यमंत्री केसीआर बुधवार को यज्ञ के समापन के बाद बीआरएस के राष्ट्रीय मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे. तेलंगाना राज्य विधायी मामलों के मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने कहा कि वह ऑफिस में एंट्री करने से पहले पार्टी का नया झंडा फहराएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री केसीआर औपचारिक रूप से दोपहर 12.37 बजे से 12.47 बजे के बीच पार्टी ऑफिस का शुभारंभ करेंगे और अपने कक्ष में बैठेंगे.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार के सभी सदस्यों के अलावा, सांसद, विधायक और एमएलसी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में शामिल होंगे. रेड्डी ने कहा, “हमने देश भर में कई किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा समान विचारधारा वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के कई शीर्ष नेताओं को भी इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया है.’
21 साल पहले बनाई थी तेलंगाना राष्ट्र समिति
मुख्यमंत्री केसीआर के एक हफ्ते तक राष्ट्रीय राजधानी में रहने की उम्मीद है, विभिन्न राज्यों के किसान संघों, दलित और ओबीसी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बीआरएस की आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी. मंत्री रेड्डी ने कहा कि वह कई राज्यों में पार्टी प्रतिनिधियों की भी पहचान करेंगे जो अपने-अपने राज्यों में भारत राष्ट्र समिति की गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगे.
सीएम राव ने अलग तेलंगाना राज्य बनाने की मांग को लेकर करीब 21 साल पहले अप्रैल 2001 में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का गठन किया था. राज्य का बंटवारा होने के बाद जब उनकी पार्टी 2014 में सत्ता में आई और वह तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री बने. 21 साल बाद अब तेलंगाना राष्ट्र समिति ने आधिकारिक रूप से अपना नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर लिया है.