त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने 11 जनवरी को एक बार फिर अपने पुराने काम की ओर रूख किया. उन्होंने हापनिया के त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में 10 साल के एक बच्चे के दांतों की सर्जरी की. सीएम साहा ने ट्विटर पर सर्जरी की फोटोज भी शेयर कीं और कहा कि मेरे पुराने कार्यस्थल त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में 10 साल के अक्षित घोष की ओरल सिस्टिक लेसियन की सर्जरी करके खुशी हुई. मुख्यधारा की राजनीति में आने से पहले साहा त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते थे.
मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि लंबे ब्रेक के बाद सर्जरी करने में कोई दिक्कत नहीं हुई. मरीज अब अच्छी स्थिति में है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने तय कर लिया था कि आज सुबह मैं किसी भी प्रशासनिक या राजनीतिक काम में नहीं लगूंगा, बल्कि ऑपरेशन थियेटर में वापस आऊंगा. एक डॉक्टर के रूप में मरीजों की मदद करने के लिए अपने मूल पेशे में लौटकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. यह बहुत ही सुकून देने वाला है. ये वो जगह है जहां मैंने 20 से अधिक साल बिताए हैं. मैंने कई महीनों के बाद ऑपरेशन किया है फिर भी कोई समस्या नहीं हुई.
खबर के अनुसार, सर्जरी करने के लिए मुख्यमंत्री सुबह करीब नौ बजे अस्पताल में दाखिल हुए और आधे घंटे के बाद मुस्कुराते हुए ऑपरेशन थियेटर से बाहर निकले. उनके साथ डेंटल सर्जरी और मैक्सिला फेशियल सर्जरी विभाग के डॉ. अमित लाल गोस्वामी, डॉ. पूजा देबनाथ, डॉ. रुद्र प्रसाद चक्रवर्ती थे. डॉ स्मिता पॉल, डॉ कंचन दास, डॉ शर्मिष्ठा बनिक सेन और डॉ बैशाली साहा भी मेडिकल टीम का हिस्सा थे.
2016 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ने से पहले साहा कांग्रेस में थे.वो 2020 से 2022 तक त्रिपुरा बीजेपी के अध्यक्ष थे. मई 2022 में वो मुख्यमंत्री बने. चुनाव से ठीक एक साल पहले बिप्लब कुमार देब ने सीएम पद से इस्तीफा दिया और साहा को ये जिम्मेदारी मिली.
70 साल के साहा ने ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी में बीडीएस और एमडीएस की डिग्री डेंटल कॉलेज पटना बिहार और किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से ली.