
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तेलंगाना मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा. उन्होंने पूछा कि सीएम चंद्रशेखर पीएम मोदी के ‘$ 5 ट्रिलियन इकोनॉमी’ के लक्ष्य को मजाक कैसे कह सकते हैं. वित्त मंत्री ने हैदराबाद में एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए सीएम चंद्रशेखर पर निशाना साधते हुए कहा कि आप किस पर हंस रहे हैं, लोगों पर? हर राज्य को इसमें योगदान देना चाहिए. वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 में, तेलंगाना का कर्ज 60,000 करोड़ रुपये था, लेकिन पिछले 7-8 वर्षों में यह 3 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है.
दरअसल 2024 लोकसभा से पहले केसीआर पूरे विपक्ष का नेतृत्व करने की कोशिश रहे हैं, क्योंकि उनकी तेलंगाना राष्ट्र समिति अब भारत राष्ट्र समिति बन गई है. उन्होंने हाल ही में $ 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाया और इसे ‘मूर्खतापूर्ण’, कहते हुए एक मजाक कहा.
5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर की अर्थव्यवस्था
केसीआर ने कहा था कि पीएम मोदी कहते हैं भारत 5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा, यह अपने आप में एक मजाक है. वास्तव में मूर्खतापूर्ण. कम से कम हमारा उद्देश्य बड़ा होना चाहिए. हमें सपने देखने की हिम्मत करनी चाहिए, 5 ट्रिलियन का लक्ष्य है बहुत कम है. केसीआर ने कहा कि यह एक साधारण क्लर्क का हिसाब हो सकता है.
सरकार क्या प्रयास कर रही?
उन्होंने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि सरकार क्या अतिरिक्त प्रयास कर रही है? कुछ भी नहीं. यदि वह ऐसा करने में सक्षम है, यदि आपके पास कौशल हैं, यदि आप एक गतिशील सरकार हैं, तो कृपया देंग जियाओपिंग की तरह चीन जैसा कुछ करें, न कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था.
चीन की अर्थव्यवस्था $ 18 ट्रिलियन से अधिक
केसीआर की बेटी और एमएलसी कविता ने कहा कि उन्होंने जो कहा, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. “मैं निर्मला सीतारमण से पूछना चाहती हूं जो बार-बार कहती हैं कि हमारी प्रतिस्पर्धा चीन के साथ है – चीन की अर्थव्यवस्था $ 18 ट्रिलियन से अधिक है. तो हमारा लक्ष्य $ 5 ट्रिलियन क्यों है? जब हमारे पास उच्च कार्यशील आबादी है तो हम बड़ा लक्ष्य क्यों नहीं रखते हैं?
अमीरों के लिए नीतियां बनाती है मोदी सरकार
केंद्र सरकार की अदूरदर्शी नीतियों के कारण, आज इस क्षमता का उपयोग नहीं किया जा रहा है. हमें बेहतर नीतियों की आवश्यकता है. मोदी सरकार केवल अमीरों के लिए नीतियां बनाती है, वे कॉर्पोरेट-फ्रेंडली हैं और गरीबों के अनुकूल नहीं हैं. कविता ने कहा दिल्ली शराब नीति घोटाले से कथित तौर पर जुड़े होने के कारण केंद्रीय जांच एजेंसियों के रडार पर हैं.