

Hyderabad Crime: हैदराबाद में एक 27 वर्षीय महिला की उसके पति ने बेरहमी से हत्या कर दी. वह यहां नालगंदला में एक बूटिक में काम कर रही थी. इससे उसका पति नाराज था. वह पत्नी से काम छोड़ने की अपील कर रहा था. दोनों में इस बात को लेकर बहस हुई तो वह अपने पति से अलग रहने लगी. उसकी 6 साल की एक बेटी भी है. हत्या के वक्त वह अपनी मां के साथ ही थी. मृत की पहचान अंबिका के रूप में हुई है, जिसकी उसके पति नरेंद्र गौड़ ने जान ले ली.
घटना चंदननगर थाना क्षेत्र के नालगंदला इलाके की है. अंबिका यहां बूटिक में सफाई का काम करती थी. उसका पति नरेंद्र, अंबिका के काम करने के खिलाफ था और काम छोड़ने की अपील कर रहा था. वह अपने पति से पांच साल से अलग रह रही थी. पति के शराब का आदी होने के बाद अंबिका ने बेटी के साथ घर छोड़ दिया था और शहर में रहने लगी थी. उसने यहां सफाई का काम शुरू कर दिया, जिससे पति नाराज था और लौटने की अपील कर रहा था.
6 साल की बेटी के सामने पत्नी का रेत दिया गला
नरेंद्र शुक्रवार, दोपहर को जब बूटिक गया तो उसकी अंबिका से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. देखते ही देखते बात हाथापाई पर उतर आई और नरेंद्र ने पत्थर से उसके सिर पर वार कर दिया. नरेंद्र कथित रूप से प्लानिंग के साथ पत्नी की हत्या करने आया था. पत्थर से वार करने के बाद नरेंद्र ने पॉकेट से चाकू निकाला और अंबिका का गला रेत दिया. इससे बुरी तरह घायल अंबिका वहीं जमीन पर गिर पड़ी और दम तोड़ दिया. हैरानी की बात ये है कि पूरी घटना उसकी 6 साल की बेटी ने अपनी आंखों से देखा. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.
शादी के बाद शराब का आदी हो गया नरेंद्र
शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि दोनों अंबिका और नरेंद्र स्कूल के समय से एक-दूसरे को जानते थे. दोनों ने तंदूर में एक ही स्कूल में साथ पढ़ाई की. अंबिका आठ साल पहले विकाराबाद के अल्लापुर गांव के रहने वाले नरेंद्र गौड़ के प्यार में पड़ गई, और बाद में दोनों ने शादी कर ली. शादी के बाद दोनों तंदूर में रहते थे. हालांकि, बाद में नरेंद्र शराब का आदी हो गया और उसने परिवार की देखभाल करना बंद कर दिया.
अंबिका अपनी 6 साल की बेटी को लेकर शहर माइग्रेट कर गई. कुछ साल पहले अंबिका ने सफाई का काम पकड़ लिया, और अपना जीवन शहर में ही व्यतीत करने लगी. नरेंद्र उसे लगातार मनाने की कोशिश कर रहा था और उससे घर लौटने की अपील कर रहा था, लेकिन अंबिका ने वापस लौटने से इनकार कर दिया. मियापुर में उसने किसी शराब की दुकान में काम भी पकड़ लिया, ताकि वह अपनी पत्नी के आसपास रह सके. चूंकि, अंबिका ने नरेंद्र के साथ रहने से इनकार कर दिया, तो उसने आखिरी में उसकी हत्या का प्लान बनाया और अंबिका को मौत के घाट उतार दिया. आरोपी पर हत्या का केस दर्ज किया गया है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.