नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Mann Ki Baat) के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) का शतकीय पारी खेलने को तैयार है. इसके लिए खास तैयारियां की गई हैं. बीजेपी नेता लगातार इसके लिए ट्वीट कर रहे हैं. 100वां एपिसोड सुबह 11 बजे शुरू होगा. सबसे खास बात ये है कि 100वां एपिसोड यूनाइटेड नेशन हेडक्वार्टर में भी सीधा प्रसारित हो रहा है. ब्रिटेन में भी इसका प्रसारण हो रहा है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इसक लेकर पीएम पर हमला बोला है. उन्होंने पीएम से कुछ सवाल पूछ लिए हैं.
TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा आज आपके मन की बात का प्रोग्राम संयुक्ट राष्ट्र हेडक्वार्टर में भी टेलीकास्ट होने जा रहा है. ये आपका 100वां एपिसोड है. लेकिन प्रिय मोदीजी कृपया हमें बताइये कि भारत की एथलीट बेटियों को बीजेपी के शिकारियों से क्यों नहीं बचाया गया.
Dear Honble Modiji- today is 100th episode of Mann ki Baat due to be telecast live even at UN HQ. Please do tell us:
1. Why Indias athlete betis cant be protected from powerful BJP predators
2. Why SEBI cant finish Adani invetigation in SC timeframe
Dhanyavad.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 30, 2023
दरअसल, बीते एक सप्ताह से भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं. इनका आरोप है कि रेसलिंग संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया है. मामला सुप्रीम कोर्ट तक चला गया. दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
Do tune in at 11 AM for #MannKiBaat100. This has been a truly special journey, in which we have celebrated the collective spirit of the people of India and highlighted inspiring life journeys. pic.twitter.com/FL0vCy9P15
— Narendra Modi (@narendramodi) April 30, 2023
महुआ मोइत्रा के सवाल
महुआ मोइत्रा ने अडानी मामले पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अडानी मामले की जांच सेबी (SEBI) तय समय में क्यों नहीं पूरा किया. सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच का समय दिया था. राहुल गांधी ने अडानी मामले को लेकर सड़क से लेकर सांसद तक सरकार को खूब घेरा. आज भी वो ट्विटर पर अडानी और अंबानी को लेकर सरकार से सवाल पूछते रहे हैं. उनका आरोप है कि अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके हैं. इसी बात को लेकर संसद का बजट सत्र भी हंगामें की भेंट चढ़ गया.