केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से राइटर्स क्रैंप से पीड़ित उत्तराखांड न्यायिक सेवा के एक उम्मीदवार को परीक्षा लिखने के लिए सहायक की अनुमति देने वाले फैसले की प्रशंसा की है. कानून मंत्री ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए दिल को छू लेना वाला बताया.
किरण रिजिजू ने ट्वीट करते हुए कहा कि सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की यह दिल को छू लेना वाला एक्शन है. उत्तराखंड में न्यायिक सेवा परीक्षा के लिए सहायक की मांग करने वाले एक दिव्यांग कैंडिडेट्स को बड़ी राहत मिली है. उन्होंने आगे कहा कि एक योग्य व्यक्ति को समय पर न्याय मिलना बहुत संतोषजनक होता है.
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दरअसल, धनंजय नामक उम्मीदवार ने उत्तराखंड में सिविल जजों के लिए होने वाली प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने के लिए सहायक की मांग की थी लेकिन, उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने 20 अप्रैल को उसकी मांग को ठुकरा दी. इसके बाद उम्मीदवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर बताया कि वो राइटर्स क्रैंप से पीड़ित है ऐसे में उसे एक सहायक की अनुमति दी जाए.
क्या होती है राइटर्स क्रैंप?
राइटर्स क्रैंप एक ऐसी बीमारी में जिसमें लिखते समय हाथों की मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है. जिसकी वजह से लिख पाना मुश्किल हो जाता है. सीधे शब्दों में कहे थो इस बीमारी की वजह से लिखते समय हाथ में अकड़न पैदा हो जाती है. धनंजय को इस संबंध में एम्स की ओर से एक प्रमाणपत्र भी जारी किया गया था.